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Manish Kumar Dubey

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#राष्‍ट्रहित सर्वोपरि आधिकारिक ट्विटर #हैंडल [भक्ति सागर] [न्यूज़ राजनीति] [प्रेक्षक और विश्लेषक] मै #जानकारीपूर्ण तथ्यों पर एक राय और #ट्वीट करता हूँ🙏

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एक बड़े धनवान सेठ रहते थे। वह विष्णु भगवान् के परम भक्त थे और हमेशा सच बोला करते थे। एक बार जब भगवान् सेठ जी की प्रशंशा कर रहे थे तभी माँ लक्ष्मी ने कहा - “ स्वामी! आप इस सेठ की इतनी प्रशंशा किया करते हैं , क्यों न आज उसकी परीक्षा ली जाए और जाना जाए कि क्या वह सचमुच इसके लायक है…

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यहां बताया गया है कि कौन सा ग्रह किन-किन बीमारियों से जुड़ा होता है: 1. सूर्य : संबंधित अंग: हृदय, आंखें, रीढ़ की हड्डी, सिर। संभावित बीमारियां: हृदय रोग आंखों की समस्याएं उच्च रक्तचाप रीढ़ की हड्डी की समस्याएं सिर दर्द और माइग्रेन

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कौन सा ग्रह किस व्यवसाय से जुड़ा होता है: 1. सूर्य (SUN): व्यवसाय: सरकारी सेवाएं, प्रशासनिक अधिकारी, राजनीति ,डॉक्टर, विशेष रूप से हृदय रोग विशेषज्ञ , नेतृत्व वाले पेशे, उच्च पदस्थ अधिकारी, रत्न, स्वर्ण , ऊर्जा और सौर ऊर्जा नेतृत्व, प्रभाव और सत्ता वाले पेशे ।

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हस्तरेखाओं में मिलने वाले कुछ चिन्ह: PART - 1 1. त्रिकोण (Triangle) अर्थ: त्रिकोण का चिन्ह सकारात्मक संकेत माना जाता है। यह ज्ञान, बुद्धिमत्ता और अच्छे निर्णय का प्रतीक है। स्वतंत्र त्रिकोण ज्यादा अच्छा माना जाता है , यदि यह अन्य रेखाओं से मिलकर बना हो तो कम लाभ देता है।

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बार बार शादी टूटना , हाथ में कैसे देखें??

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कनिष्ठा उंगली – हस्तरेखा शास्त्र में कनिष्ठा उंगली, जिसे "छोटी उंगली" या "पिंक फिंगर" कहा जाता है, का संबंध बुध ग्रह से होता है। यह उंगली व्यक्ति की संचार क्षमता, व्यापारिक समझ, बुद्धिमत्ता, और दूसरों से तालमेल बिठाने की क्षमता का प्रतीक मानी जाती है 👉🧵

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हस्तरेखा शास्त्र में अनामिका अंगुली का संबंध सूर्य ग्रह से होता है। इसे "रिंग फिंगर" भी कहा जाता है और यह व्यक्ति की आत्म-अभिव्यक्ति, रचनात्मकता, ख्याति, और मान-सम्मान को दर्शाती है 👉🧵

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FREQUENTLY MADE COMMENTS-2 कमेंट–2 अंधविश्वास मत फैलाओ उत्तर– अंधविश्वास किसे कहते है ? जो व्यक्ति किसी बात पर आंख बंद करके विश्वास कर लेता है , उसे अंधविश्वासी कहा जाता है। आप को बता दूं आपने अपने जीवन में निम्न अंधविश्वास किए– 1. अध्यापकों द्वारा बताई गयी , सभी…

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अनामिका की राशियों का फल : यह उंगली व्यक्ति की बाहरी प्रभावों को ग्रहण करने की शक्ति और प्रभावित करने की योग्यता बताती है। अनामिका का पहला पोर बड़ा हो तो व्यक्ति सुंदरता के प्रति आकृष्ट होता है। दूसरा पोर बड़ा हो तो व्यक्ति की अभिनय के क्षेत्र में योग्यता होती है, ललित कलाओं…

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मध्यमा की राशियों का फल : इस समन्वय की उंगली कहते है, ये इच्छाओं को संयम में लाती है। मध्यमा का पहला पोर बड़ा हो तो दर्शन की प्रवृति होती है, छोटा हो तो सोच विचार की कमी होती है। दूसरा पोर बड़ा हो तो सोच विचार का क्षेत्र धन संपति के प्रति होता है , धन की लालसा रहती है…

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तर्जनी की राशियों का फल : यह उंगली अहम अर्थात मैं की घोषणा कराती है और नेतृत्व की इच्छा दर्शाती है। तर्जनी का पहला पोर बड़ा हो तो नेतृत्व की योग्यता होती है , यदि छोटा हो तो व्यक्ति अपने आप को छुपाता है। दूसरा पोर बड़ा हो तो अहम भाव के साथ साथ कार्यकुशल होता है , छोटा हो तो…

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हस्तरेखाओं में राशियों का परिचय जैसा कि आपको पता होगा , 12 राशियां होती है जो अंगुलियों के अलग अलग भागो पर होती है – तर्जनी– मेष , वृष , मिथुन मध्यमा – मकर, कुंभ, मीन अनामिका– कर्क , सिंह , कन्या कनिष्ठा– तुला, वृश्चिक , धनु

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INDEX OF हस्तरेखा विज्ञान कोर्स - * रेखाओं का सामान्य परिचय x.com/aaadhyatmik/st… * पर्वतों का सामान्य परिचय x.com/aaadhyatmik/st… * हस्तरेखा से संबंधित कुछ नियम x.com/aaadhyatmik/st… * ग्रहों का परिचय x.com/aaadhyatmik/st… * राहु केतु का परिचय…

यहाँ प्रत्येक ग्रह और उनके कार्यों का विवरण दिया गया है: 1. सूर्य (Sun): प्रतिनिधित्व: आत्मा, प्रसिद्धि, सफलता, और रचनात्मकता। प्रभाव: सूर्य व्यक्ति के आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और समाज में मान-सम्मान को दर्शाता है। मजबूत सूर्य जीवन में सफलता और उच्च पद प्राप्त कराता है।

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आदर्श पत्नी का हाथ – इनमें से एक दो भी किसी में हो तो बहुत अच्छा है। * हाथ पर ज्यादा बाल न हो। * बृहस्पति पर्वत पर एक रेखा हो , तो समझदार स्त्री होती है। *अनामिका के ऊपरी हिस्से पर क्रॉस हो * बुध पर्वत पर बस एक सीधी रेखा हो। *मंगल का मैदान साफ होना चाहिए , मंगल ego दिखाता…

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🔴श्री विष्णु पंचायतन🔴 आदित्यं गणनाथं च देवीं रुद्रं च केशवम् । पञ्चदैवतमिति प्रोक्तं सर्वकार्येषु पूजयेत् ॥ सूर्य, गणपति, देवी, शिव और केशव (विष्णु), इन पाँच देवताओं की हर कार्य में पूजा करनी चाहिए (इसे पंचायतन पूजा कहते हैं) ।

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हस्तरेखाओं में मिलने वाले कुछ चिन्ह (rare): PART - 2 1. स्वस्तिक (Swastika) अर्थ: स्वस्तिक शुभता और सफलता का प्रतीक है। इसे धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति का चिन्ह माना जाता है।

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गुरु पुष्य योग- कल अहोई अष्टमी/गुरुवारी अष्टमी पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि और देवता बृहस्पति हैं, पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा कहा जाता है कल पुष्य नक्षत्र के साथ साथ गुरुवार "देवगुरु बृहस्पति" का दिन है जो धर्म और शुभ प्रभाव देने वाला कहा गया है। ऐसा कोई भी कार्य जो आप…

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🔹जब भी सुबह उठें तो सबसे पहले दोनों हाथों की हथेलियों को न कुछ क्षण देखकर चेहरे पर तीन चार बार फेरें और ईश्वर को में नमस्कार करें। इसका कारण है कि , हथेली के अग्र भाग में मां लक्ष्मी, व मध्य भाग में मां सरस्वती व मूल । भाग (मणि बंध) में भगवान विष्णु ह का स्थान होता है। नित्य यह…

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जगत में अन्यथा ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो नहीं चाहता होगा कि उसका भाग्य उज्जवल हो और वह सफलताएँ प्राप्त करे अपने भाग्य को उज्ज्वल के लिए हर इंसान बहुत मेहनत करता हैं, किंतु कुछ ही की मेहनत रंग लाती हैं 🔹सोने से पहले पीतल के बर्तन में पानी भरकर उसे अपने सिरहाने रखें। सुबह इसी…

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यदि भाग्य नहीं दे रहा आपका साथ तो करें ये उपाय...🧵

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